विवादित गन्ना वैरायटी को लेकर भाकियू संगठन ने आक्रामक रूप अपनाया

गन्ना वैरायटी: गन्ना किसानों की समस्याओं और विवादित गन्ना वैरायटी को लेकर भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) असली संगठन ने एक बार फिर से अपना विरोध प्रदर्शन तेज कर दिया है। बुधवार को संगठन के पदाधिकारी और कार्यकर्ता गन्ना उत्पादन से जुड़ी समस्याओं को लेकर ब्लॉक मुख्यालय पर पहुंचे और एक पंचायत का आयोजन किया। इस पंचायत में संगठन के मंडल अध्यक्ष और अन्य प्रमुख पदाधिकारियों ने विवादित गन्ना वैरायटी को लेकर अपना आक्रोश व्यक्त किया।

विवादित गन्ना वैरायटी को लेकर भाकियू संगठन ने आक्रामक रूप अपनाया
विवादित गन्ना वैरायटी को लेकर भाकियू संगठन ने आक्रामक रूप अपनाया

संगठन के पदाधिकारियों ने किया जोरदार प्रदर्शन

गन्ना किसानों की समस्याएं और विवादित गन्ना वैरायटी के मुद्दे पर भाकियू असली संगठन के पदाधिकारी और कार्यकर्ता काफी समय से विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। गन्ना वैरायटी के कारण किसानों को हो रहे नुकसान और इससे जुड़ी अन्य समस्याओं पर अधिकारियों का ध्यान आकर्षित करने के लिए यह प्रदर्शन किया गया। डीसीओ (गन्ना विकास अधिकारी) के बार-बार की गई उपेक्षा से नाराज़ संगठन ने अब आक्रामक रूप अपनाते हुए स्टेट हाईवे को जाम कर दिया।

डीसीओ की गैरमौजूदगी से भड़का गुस्सा

पंचायत के दौरान किसानों की मुख्य मांग यह थी कि डीसीओ को मौके पर बुलाया जाए ताकि उनकी समस्याओं पर चर्चा की जा सके और तुरंत समाधान निकाला जा सके। संगठन के नेताओं ने बार-बार मांग की कि डीसीओ धरना स्थल पर आकर अपनी बात रखें और किसानों की समस्याओं का समाधान करें। हालांकि, डीसीओ धरना स्थल पर नहीं पहुंचे, जिससे किसानों का गुस्सा और बढ़ गया।

स्टेट हाईवे पर प्रदर्शन

डीसीओ के पंचायत में न पहुंचने से नाराज़ भाकियू असली संगठन के कार्यकर्ता गजरौला-चांदपुर स्टेट हाईवे पर पहुंच गए और वहां जोरदार प्रदर्शन किया। उन्होंने हाईवे को जाम कर दिया और डीसीओ को मौके पर बुलाने की मांग करते हुए कहा कि जब तक अधिकारी किसानों की समस्याओं पर ध्यान नहीं देंगे, तब तक यह जाम नहीं खोला जाएगा। प्रदर्शन के कारण स्टेट हाईवे पर यातायात पूरी तरह से ठप हो गया, जिससे आम जनता को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।

प्रशासन की ओर से तहसीलदार पहुंचे समझाने

जैसे ही स्टेट हाईवे पर जाम की खबर प्रशासन तक पहुंची, तहसीलदार परमानंद श्रीवास्तव और थानाध्यक्ष बछरायूं विकास कुमार तुरंत मौके पर पहुंचे। उन्होंने प्रदर्शनकारियों को समझाने का प्रयास किया और डीसीओ से दूरभाष पर बातचीत करवाई। संगठन के नेताओं को यह आश्वासन दिया गया कि उनकी समस्याओं पर जल्द ही ध्यान दिया जाएगा। इसके बाद ही प्रदर्शनकारी शांत हुए और जाम खोला जा सका।

संगठन ने जताई नाराजगी

इस पूरी घटना के दौरान भाकियू असली संगठन के मंडल अध्यक्ष डूंगर सिंह, नरेश कुमार, शब्बन खान, यूनुस, युद्धवीर सिंह, इश्तियाक अल्वी, कपिल कुमार, जयप्रकाश और वीर सिंह जैसे प्रमुख नेता मौजूद रहे। उन्होंने प्रशासन की धीमी प्रतिक्रिया और अधिकारियों की उपेक्षा को लेकर नाराजगी जताई। संगठन के नेताओं का कहना है कि जब तक गन्ना किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं किया जाएगा, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा।

विवादित गन्ना वैरायटी: किसानों की मुश्किलें

विवादित गन्ना वैरायटी को लेकर भाकियू असली संगठन का यह प्रदर्शन इस बात का संकेत है कि किसानों को इस नई किस्म से जुड़ी कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। गन्ना उत्पादन में हो रहे नुकसान और नई वैरायटी से किसानों को हो रहे आर्थिक नुकसान ने उनके जीवन को और भी कठिन बना दिया है। कई किसानों का कहना है कि इस विवादित गन्ना वैरायटी के कारण उनकी फसलें खराब हो रही हैं, जिससे उनकी आमदनी पर बड़ा असर पड़ा है।

गन्ना विकास अधिकारी की भूमिका पर सवाल

इस प्रदर्शन के दौरान यह भी सवाल उठाए गए कि गन्ना विकास अधिकारी (डीसीओ) किसानों की समस्याओं को हल करने के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठा रहे हैं। संगठन के पदाधिकारियों का कहना है कि डीसीओ की लापरवाही और उनके कार्यालय द्वारा समय पर कोई ठोस कदम न उठाने के कारण किसानों की समस्याएं बढ़ती जा रही हैं।

भविष्य में आंदोलन की चेतावनी

भाकियू असली संगठन के नेताओं ने इस प्रदर्शन के दौरान यह साफ कर दिया कि अगर जल्द ही उनकी समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो वे और भी बड़े आंदोलन के लिए तैयार हैं। संगठन के मंडल अध्यक्ष डूंगर सिंह ने चेतावनी दी कि अगर प्रशासन ने उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया, तो वे आने वाले दिनों में राज्यव्यापी आंदोलन करेंगे।

किसानों की उम्मीदें

इस विवादित गन्ना वैरायटी और उससे जुड़ी समस्याओं का समाधान ढूंढने के लिए किसानों को उम्मीद है कि प्रशासन जल्द से जल्द उनकी मांगों पर विचार करेगा। गन्ना किसान अपने उत्पादन को लेकर काफी चिंतित हैं और उन्हें यह डर है कि अगर समय पर समस्या का निस्तारण नहीं किया गया, तो उनका पूरा सीजन बर्बाद हो सकता है। किसानों की उम्मीदें अब प्रशासन और डीसीओ की ओर लगी हैं कि वे उनकी समस्याओं को हल करेंगे और उनकी आजीविका को बचाएंगे।

भाकियू असली संगठन द्वारा गन्ना वैरायटी से जुड़ी समस्याओं को लेकर किया गया यह प्रदर्शन किसानों के बढ़ते आक्रोश और उनकी समस्याओं की गंभीरता को दर्शाता है। प्रशासन और संबंधित अधिकारियों को जल्द से जल्द इस मुद्दे पर ध्यान देना चाहिए ताकि किसानों की समस्याओं का समाधान हो सके और उनके जीवन में स्थिरता लौट सके।

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