Cane Up.in: क्या है ई-पर्ची, जिसने तोड़ी गन्ना माफियाओं की कमर…जानिए कैसे काम करता है

Cane up.in: क्या है ई-पर्ची, जिसने तोड़ी गन्ना माफियाओं की कमर…जानिए कैसे काम करता है

Cane up.in  उत्तर प्रदेश में गन्ना किसानों को ई-पर्ची की व्यवस्था की गई है। योगी आदित्यनाथ सरकार ने गन्ना किसानों के बीच से माफियाराज को खत्म करने के लिए नई व्यवस्था को लागू किया है।

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Cane up.in उत्तर प्रदेश में गन्ना किसानों के बीच से माफियाराज को खत्म करने के लिए पूरी व्यवस्था को ऑनलाइन की गई है। सोवमार को प्रदेश के 50.10 लाख गन्ना किसानों के बीच शेयर सर्टिफिकेट वितरण के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने ई-पर्ची का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि इस सिस्टम के जरिए किसानों को राहत दी गई है।

सीएम ने कहा कि पूर्व की सरकारें केवल अपने बारे में सोचती थी। हमारी सरकार किसानों के हितों में फैसले लेती है। अब किसानों के पैसे दबाने का कोई दुस्साहस नहीं कर सकता है। ई-पर्ची सिस्टम ने गन्ना माफिया की कमर तोड़ दी है। सीएम योगी ने जिस ई-पर्ची सिस्टम का जिक्र किया, वह प्रदेश के गन्ना किसानों की तमाम समस्याओं को दूर करने का एक बड़ा माध्यम बना है। उत्तर प्रदेश गन्ना पर्ची कैलेंडर 2022 के जरिए गन्ना किसान अपनी गन्ने की सप्लाई से संबंधित सभी जानकारी हासिल कर सकते हैं।Cane up.in

यूपी गन्ना पर्ची कैलेंडर 2022 के जरिए किसान अपने चीनी मिल से संबंधित सर्वे, पर्ची, टोल भुगतान, विकास संबंधित समस्या जानकारी हासिल कर सकते हैं। गन्ना किसानों को अपनी फसल से संबंधित किसी भी जानकारी के लिए कहीं और जाने की जरूरत ही नहीं है। बस कुछ क्लिक पर सारा विवरण सामने होगा। इंटरनेट के जरिए गन्ना पर्ची कैलेंडर से संबंधित सभी जानकारी को हासिल किया जा सकते हैं। यह पर्ची किसानों को गन्ना की कालाबाजारी से भी मुक्ति दिलाएगी। गन्ना पर्ची पोर्टल के माध्यम से सिस्टम में पारदर्शिता आएगी।Cane up.in

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यूपी सरकार ने प्रदेश के गन्ना किसानों को उचित सहायता प्रदान करने के लिए गन्ना पर्ची कैलेंडर की शुरू किया है। यूपी गन्ना पर्ची कलैंडर का मुख्य उद्देश्य प्रदेश के किसानों को गन्ने को बेचने से संबंधित संपूर्ण जानकारी देना है। पहले किसानों को गन्ने का भुगतान लेने के लिए कई परेशानियों का सामना करना पड़ता था। सरकारी कार्यालयों में चक्कर काटने पड़ते थे। इस ऑनलाइन सुविधा के जरिए उन्हें अब कहीं भी जाने की जरूरत नहीं होगी। सरकार ने इसे वन स्टॉप सॉल्यूशन के रूप में तैयार किया है।

ई-पर्ची से किसानों को मिलेंगे कई लाभCane up.in

गन्ना किसानों को ई-पर्ची से कई लाभ मिलेंगे। गन्ना पर्ची कैलेंडर ऑनलाइन पोर्टल के जरिए चीनी मिल से संबंधित जानकारी हासिल की जा सकती है। किसानों की कई समस्याएं यहां दूर होंगी। पर्ची की सभी जानकारियों को किसानों के मोबाइल पर उपलब्ध कराया जाएगा। इससे बिचौलियों का काम खत्म हो जाएगा।Cane up.in

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यूपी सरकार की ओर से गन्ना पर्ची कैलेंडर देखने के लिए एक ऐप भी शुरू किया गया है। इस ऐप का नाम ई-केन है। गूगल प्ले स्टोर से गन्ना किसान इस ऐप को डाउनलोड कर सकते हैं। इसके साथ-साथ प्रदेश की 113 चीनी मिलों की ओर से भी वेबसाइट तैयार कराई गई है। किसानों को पारदर्शी तरीके से अपने गन्ना की खेती के बाद चीनी मिलों के बारे में पूरी जानकारी हासिल जी जा सकती हैं।

योगी सरकार ने गन्ना किसानों की सुविधा के लिए अनेक तरह की परियोजनाओं को शुरू किया है। इन योजनाओं के बारे में सीधे किसानों को जानकारी देने के लिए एक ऐप बनाया है। यूपी सरकार ने ई-गन्ना ऐप के माध्यम से गन्ना किसान अपनी फसल से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी सरल तरीके से हासिल कर सकते हैं। इसके अलावा इस ऐप के जरिए जुताई, रकबा, फसल, गन्ना पर्ची और अन्य प्रकार की सुविधाएं हासलि की जा सकती हैं।

गूगल प्ले स्टोर से इसे डाउनलोड किया जा सकता है। सरकार ने किसानों की सुविधा के लिए एक टॉल फ्री नंबर भी जारी किया गया है। टॉल फ्री नंबर 18001213203 पर कॉल करके तमाम जानकारी ले सकते हैं। इसके अलावा गन्ना पर्ची कैलेंडर के लिए ई-केन ऐप को लॉन्च किया गया है। इसे भी गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है।

ऐसे देख सकते हैं गन्ना ई-पर्ची

गन्ना किसान ऑनलाइन पर्ची कैलेंडर देखने के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर पहले जाना होगा। वहां पर सबसे पहले होम पेज खुलेगा। आइए इस पूरी प्रक्रिया को समझते हैं…

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