Cane Up.in बिना पर्ची के गन्ना बेचने का मौका, जानें आसान रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया

Cane up.in बिना पर्ची के गन्ना बेचने का मौका, जानें आसान रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया

Cane up.in: गन्ने की खेती करने वाले किसानों के लिए बेहद अहम खबर सामने आ रही है। इस समय गन्ने की पेराई का सीजन चल रहा है। ऐसे में चीनी मिलें किसानों से गन्ना खरीद रही हैं, जिसके लिए किसानों को गन्ना पर्ची का SMS भेजा जा रहा है। लेकिन कई किसानों को गन्ना पर्ची का SMS नहीं मिल पा रहा है, जिसके कारण किसानों को अपनी गन्ने की फसल बेचने में परेशानी आ रही है। इसी को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने गन्ना किसानों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए हैं, ताकि गन्ना किसानों को गन्ना बेचने में कोई परेशानी न हो और उन्हें घर बैठे ही मोबाइल पर गन्ना पर्ची का SMS मिल जाए, ताकि वे तय समय पर अपना गन्ना बेचने आएं, जिससे उनका समय बर्बाद न हो और समय पर आसानी से गन्ना खरीदा जा सके। ऐसे में गन्ना किसानों को गन्ना पर्ची से जुड़ी सभी जरूरी बातें जानना बेहद जरूरी है। साथ ही इससे जुड़ी गाइडलाइन का पालन करना भी जरूरी है, ताकि वे बिना किसी बाधा के गन्ना बेच सकें।

Cane up.in बिना पर्ची के गन्ना बेचने का मौका, जानें आसान रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया
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जानें क्या है गन्ना पर्ची और क्यों खत्म कर दी गई इसकी अनिवार्यता (Cane up.in)

प्रदेश सरकार ने किसानों के हित के लिए ई-गन्ना पर्ची व्यवस्था शुरू की है। इसके जरिए किसान अपने गन्ने की आपूर्ति से जुड़ी सभी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। गन्ना पर्ची कैलेंडर के जरिए किसान अपनी चीनी मिलों से जुड़े सर्वे, टोल भुगतान, विकास संबंधी समस्याओं आदि की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें कहीं जाने की जरूरत नहीं है। किसानों को घर बैठे अपने मोबाइल पर इन सभी चीजों की जानकारी मिल जाएगी। इस पर्ची का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इससे गन्ने की कालाबाजारी रुकेगी, व्यवस्था में पारदर्शिता आएगी। इसके अलावा किसानों का समय और पैसा भी बचेगा। उन्हें गन्ना पर्चियों के लिए इधर-उधर भागने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

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क्या है गन्ना पर्ची (What Is Sugarcane Slip)(Cane up.in)

प्रदेश में गन्ना पेराई सत्र 2023-24 में प्रदेश के गन्ना किसानों को उनके मोबाइल फोन पर SMS के माध्यम से गन्ना पर्चियां भेजी जा रही हैं, ताकि उन्हें घर बैठे ही गन्ना पेराई सत्र की सारी जानकारी मिल सके। वे समय पर अपना गन्ना लेकर चीनी मिलों तक पहुंच सकें, जिससे उन्हें गन्ना बेचने में किसी प्रकार की परेशानी न हो। लेकिन यह बात सामने आई है कि कई किसानों को गन्ना पर्चियां नहीं मिली हैं, ऐसे में सरकार ने किसानों को बिना किसी बाधा के गन्ना पर्चियां प्राप्त करने के संबंध में कुछ दिशा-निर्देश दिए हैं, जिनका पालन करके किसान इस समस्या से निजात पा सकते हैं और आसानी से गन्ना पर्चियां प्राप्त कर सकते हैं।

क्या है गन्ना पर्ची को लेकर समस्या (What is the problem regarding sugarcane slip) (Cane up.in)

उत्तर प्रदेश के गन्ना आयुक्त ने किसानों से अपील की है कि वे अपने मोबाइल का इनबॉक्स खाली रखें और अपना मोबाइल हमेशा ऑन रखें। उत्तर प्रदेश के गन्ना एवं चीनी आयुक्त प्रभु एन सिंह ने बताया कि पेराई सत्र 2023-24 में प्रदेश के गन्ना किसानों को गन्ना पर्चियां SMS पर्ची के रूप में उनके मोबाइल फोन पर ही भेजी जा रही हैं। इसलिए जरूरी है कि गन्ना किसानों का ईआरपी पर सही मोबाइल नंबर दर्ज हो। इसके लिए उन्होंने गन्ना किसानों से अपील की है कि वे ERP पर दर्ज अपना मोबाइल नंबर चेक कर लें, अगर नंबर गलत है तो अपने गन्ना पर्यवेक्षक के माध्यम से या स्वयं ई-गन्ना एप पर अपना सही मोबाइल नंबर अपडेट कराएं ताकि गन्ना आपूर्ति से संबंधित SMS आसानी से मिल सके।

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गन्ना आयुक्त सिंह ने बताया कि गन्ना आपूर्ति के लिए किसानों को विभाग द्वारा उनके मोबाइल पर भेजे जाने वाले SMS गन्ना पर्चियों में से करीब 10 प्रतिशत प्रतिदिन फेल हो रही हैं। इसका कारण यह है कि किसान के ERP पर दर्ज मोबाइल नेटवर्क क्षेत्र में उपलब्ध नहीं है या फिर उनके मोबाइल का SMS इनबॉक्स फुल है। कृपया ध्यान दें कि मोबाइल बंद होने और DND चालू होने की स्थिति में SMS पर्ची का संदेश 24 घंटे बाद स्वतः निरस्त हो जाता है। ऐसी स्थिति में किसान को पर्ची के बारे में जानकारी नहीं मिल पाती है।

किसान गन्ना पर्ची SMS पाने के लिए क्या करें (Cane up.in)

इस तकनीकी समस्या के समाधान के लिए जरूरी है कि किसान SMS पर्ची पाने के लिए नीचे दिए गए दिशा-निर्देशों का पालन करें ताकि उन्हें बिना किसी रुकावट के आसानी से SMS पर्ची मिल सके, ये दिशा-निर्देश इस प्रकार हैं

किसानों को अपना मोबाइल नेटवर्क एरिया में रखना चाहिए ताकि SMS प्राप्त करने में सुविधा हो।

किसानों को अपने मोबाइल का SMS इनबॉक्स खाली रखना चाहिए, क्योंकि ऐसा देखा गया है कि इनबॉक्स भर जाने पर भी किसान SMS प्राप्त नहीं कर पाते हैं।

किसानों को अपना मोबाइल हमेशा चार्ज करके चालू रखना चाहिए।

अगर किसानों ने डीएनडी सेवा चालू कर रखी है तो उसे बंद कर दें ताकि सर्वर द्वारा भेजी गई SMS गन्ना पर्ची उन्हें सही समय पर उनके मोबाइल पर प्राप्त हो सके।

गन्ना एवं चीनी आयुक्त ने अधिकारियों और जिला गन्ना अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया है कि किसानों को बिना किसी रुकावट के गन्ना पर्चियां प्राप्त हों। उन्होंने अधिकारियों को इसका व्यापक प्रचार-प्रसार सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। इसके तहत एक अभियान शुरू किया गया है, जिसके तहत सभी गन्ना किसान अपने सही मोबाइल नंबर अपडेट कराएं, ताकि किसानों को गन्ना आपूर्ति में किसी तरह की परेशानी न हो। आपको बता दें कि पर्चियां जारी करने की यह व्यवस्था पूरी तरह पारदर्शी है। इस व्यवस्था के जरिए किसान अपने मोबाइल नंबर पर SMS पर्चियां प्राप्त कर सकते हैं, जिससे वे मिल में ताजा गन्ना ला सकते हैं, जिससे गन्ने के सूखने से होने वाले नुकसान को रोका जा सकता है।

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