गन्ने की फसल पर बोरर अटैक से बचने के लिए ट्रैप का उपयोग

हरियाणा में गन्ने की फसल पर टॉप बोरर के अटैक ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है, जिससे फसल की गुणवत्ता और उत्पादन प्रभावित हो रहा है।

किसानों ने अपने खेतों में एक विशेष प्रकार के ट्रैप लगाए हैं, जो टॉप बोरर की समस्या को कम करने में मदद कर रहे हैं।

इस ट्रैप में एक विशेष कैप्सूल और पानी डाला जाता है, जो तितलियों को आकर्षित करता है।

ट्रैप के आसपास जब तितलियां उड़ती हैं, तो उन्हें एक खास गंध आती है, जिससे वे ट्रैप की ओर आकर्षित होती हैं और पानी में डूबकर मर जाती हैं।

इस तकनीक के माध्यम से किसानों को अपने गन्ने की फसल की सुरक्षा में मदद मिल रही है, जिससे कुछ हद तक फसल को नुकसान से बचाया जा रहा है।

पिछले वर्षों में यमुनानगर में एशिया की सबसे बड़ी सरस्वती शुगर मिल द्वारा टॉप बोरर के खिलाफ चलाए गए अभियानों के सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं।

ट्रैप की यह नई तकनीक किसानों के लिए एक उम्मीद की किरण बनकर उभरी है, जिससे टॉप बोरर के अटैक को नियंत्रित किया जा सके।