सरकार ने गन्ने के न्यूनतम समर्थन मूल्य में 25 रुपये की बढ़ोतरी की घोषणा की है।
अब किसानों को प्रति क्विंटल गन्ने पर 325 रुपये की जगह 350 रुपये मिलेंगे।
यह वृद्धि इथेनॉल उत्पादन और चीनी उद्योग को ध्यान में रखते हुए की गई है।
इससे गन्ना किसानों की आय में सुधार और खेती की लागत में राहत मिलने की उम्मीद है।
इस फैसले का सीधा फायदा उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, और हरियाणा जैसे गन्ना उत्पादक राज्यों को मिलेगा।
बढ़ी हुई कीमत से किसान गन्ने की खेती के प्रति अधिक आकर्षित होंगे।
इथेनॉल बनाने के लिए गन्ने के उपयोग को भी बढ़ावा दिया जाएगा।
इस कदम से चीनी मिलों की गन्ना भुगतान क्षमता भी सुधरने की उम्मीद है।