गन्ने की इन नई प्रजातियों की बोआई से मालामाल होंगे किसान
उप्र गन्ना शोध संस्थान में इसी वर्ष विकसित गन्ने की दो नई प्रजातियों की बोआई से प्रदेशभर के किसान मालामाल होंगे।
को.शा.-18231 तथा को.लख.-16202 की अच्छी उत्पादकता के कारण कृषि वैज्ञानिक अब इन्हीं प्रजातियों की बोआई की सलाह दे रहे हैं।
को.शाा.-18231 प्रजाति से प्रति हेेक्टेयर 90.16 टन उपज प्राप्त हुई और उससे 13.06 प्रतिशत चीनी परता प्राप्त हुआ।
गन्ना प्रजनन केंद्र के सहयोग से विकसित को.लख.-16202 से प्रति हेक्टेयर 92.8 टन उपज के साथ 13.57 प्रतिशत चीनी परता प्राप्त हुआ
कुछ वर्ष पहले विकसित को.शा.-13235, को.लख.-14201, को.शा.-17231 और को.-15023 बहुत लोकप्रिय हुईं, क्योंकि यह सभी किस्में गन्ने के लाल सड़न रोग प्रतिरोधी हैं
उनकी उपज व चीनी परता को.-0238 के समान है। इसीलिए किसान को.-0238 के स्थान पर इन किस्मों की बोआई कर रहे हैं, लेकिन कोे.-15023 प्रजाति से किसानों का मोहभंग हो रहा है।
गन्ने की यह प्रजाति बेहद मुलायम है। इस कारण छुट्टा पशुओं से लेकर सूअर, सियार आदि वन्य जीव इसे खाते हैं