आ गई गन्ने की नई किस्म... Co 0238 की कमी होगी पूरी

आ गई गन्ने की नई किस्म… Co 0238 की कमी होगी पूरी

Co 0238: गन्ना किसानों के लिए बड़ी खुशखबरी है। अब गन्ने की नई किस्म को.शा. 18231 के आने से को. 0238 की कमी पूरी हो सकेगी। यह किस्म उत्पादन के मामले में बेहद प्रभावशाली साबित हो रही है। किसानों को इस नई किस्म से न केवल बेहतर उत्पादन मिलेगा बल्कि इसमें रोग प्रतिरोधक क्षमता भी अधिक है। आइए, जानते हैं इस किस्म की खासियतें और इसे उगाने के तरीके।

आ गई गन्ने की नई किस्म... Co 0238 की कमी होगी पूरी
आ गई गन्ने की नई किस्म… Co 0238 की कमी होगी पूरी

को.शा. 18231: गन्ने की नई किस्म की विशेषताएं(Co 0238)

गन्ने की यह नई किस्म किसानों को बेहतर उत्पादन और लाभ देने के लिए तैयार की गई है। इसकी प्रमुख विशेषताएं निम्नलिखित हैं:

गुणविवरण
उत्पादन क्षमता900-920 क्विंटल/हेक्टेयर
चीनी परता13.42%
रोग प्रतिरोधकतालाल सड़न रोग प्रतिरोधी
गन्ने की मोटाईमोटा और मजबूत
कल्लेअधिक और बेहतर जमाव
पेड़ी की फसलशानदार उपज
उपयुक्त समयअगेती बुवाई के लिए

इस किस्म को खासतौर पर चीनी मिलों के लिए उपयोगी बनाया गया है। इसका गन्ना अधिक चीनी उत्पादन में सहायक है, जिससे मिलों को बेहतर लाभ मिलेगा।

कैसे करें गन्ने की पहचान?

किसानों के लिए इस नई किस्म की पहचान करना बेहद आसान है। इसकी कुछ खास पहचान निम्नलिखित हैं:

  1. गन्ने का रंग:
    इसका गन्ना सफेद रंग का होता है।
  2. काले धब्बे:
    गन्ने की पोरियों पर काले धब्बे दिखाई देते हैं।
  3. आंख का आकार:
    गन्ने की आंख त्रिभुजाकार होती है और उसके ऊपर नाली जैसा आकार बना रहता है।
  4. मोटाई:
    गन्ना मोटा और मजबूत होता है, जिससे इसकी पेड़ी फसल भी बेहतर होती है।

इन विशेषताओं के आधार पर किसान इस किस्म को आसानी से पहचान सकते हैं और इसे अपनाकर लाभ उठा सकते हैं।

उत्पादन में बढ़ोतरी का राज

गन्ने की इस किस्म को उगाने पर किसान 900 से 920 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं। यह अन्य गन्ने की किस्मों की तुलना में ज्यादा उत्पादक है।

पेड़ी फसल का लाभ

इस किस्म से किसानों को पहली फसल के बाद पेड़ी फसल भी बेहतर मिलेगी। पेड़ी फसल की गुणवत्ता अधिक होगी, जिससे गन्ना उत्पादकता में निरंतरता बनी रहेगी।

रोग प्रतिरोधक क्षमता

को.शा. 18231 किस्म में लाल सड़न रोग प्रतिरोधक क्षमता है। यह रोग गन्ने की फसलों के लिए सबसे बड़ा खतरा होता है, लेकिन इस नई किस्म के कारण किसानों को अब इस समस्या से राहत मिलेगी।

बुवाई के लिए समय और तरीका

इस किस्म को अगेती बुवाई के लिए उपयुक्त माना गया है। बुवाई के समय और तरीकों पर ध्यान देकर किसान अधिक लाभ प्राप्त कर सकते हैं।

बुवाई के टिप्स:

  1. भूमि की तैयारी:
    भूमि को अच्छी तरह से जोतें और नमी बनाए रखें।
  2. बीज का चयन:
    स्वस्थ और मजबूत बीज का चयन करें।
  3. सिंचाई:
    नियमित सिंचाई करें, खासकर शुरुआती दिनों में।
  4. खाद और उर्वरक:
    जैविक और रासायनिक खादों का संतुलित उपयोग करें।

किसानों के लिए फायदेमंद

इस नई किस्म के आने से किसानों की आय में बढ़ोतरी होगी। अधिक उत्पादन और रोग प्रतिरोधकता के कारण किसानों का खर्च कम होगा और लाभ अधिक।

निष्कर्ष

गन्ने की नई किस्म को.शा. 18231 किसानों के लिए वरदान साबित हो सकती है। इसकी उच्च उत्पादन क्षमता, रोग प्रतिरोधकता और पेड़ी फसल के शानदार लाभ इसे अन्य किस्मों से अलग बनाते हैं। यदि किसान इसे सही तरीके से अपनाएं, तो उनकी आय में जबरदस्त वृद्धि हो सकती है।

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