cane up.in: गन्ना किसानों के लिए यह समय काफी मुश्किलों से भरा हुआ है। लालढांग क्षेत्र में लक्सर चीनी मिल की ओर से गन्ने की खरीद के लिए जो इंडेंट भेजा जा रहा है, वह न केवल कम है, बल्कि किसानों की उम्मीदों पर पानी फेरने वाला साबित हो रहा है। इस स्थिति ने किसानों के लिए नई समस्याएं खड़ी कर दी हैं।
किसानों में रोष, कटाई और बुआई पर असर
लक्सर चीनी मिल द्वारा गन्ने की खरीद के लिए सीमित मात्रा में इंडेंट जारी किया जा रहा है। क्षेत्र के किसान केहर सिंह, बाबूराम, जयपाल, हरपाल सैनी और कश्मीर सिंह ने आरोप लगाया है कि मिल प्रशासन किसानों के साथ सौतेला व्यवहार कर रहा है।
- इंडेंट की स्थिति:
मिल से 100 से 200 कुंतल का ही इंडेंट जारी किया जा रहा है। इससे गन्ने की कटाई प्रभावित हो रही है, और किसान परेशान हो रहे हैं। - पिराई सत्र की धीमी शुरुआत:
नवंबर में पिराई सत्र शुरू हुआ था, लेकिन तीसरा पखवाड़ा बीतने के बाद भी किसानों को पर्याप्त खरीद पर्चियां नहीं भेजी गई हैं।
गेंहू की बुआई पर गहरा असर cane up.in
गन्ने की कटाई में देरी का सीधा असर किसानों की गेंहू की बुआई पर पड़ रहा है।
- खेत खाली करने में समस्या:
किसान अपने खेतों से गन्ना नहीं हटा पा रहे हैं, जिससे समय पर गेंहू की बुआई संभव नहीं हो रही। - फसल चक्र पर प्रभाव:
खेतों का समय पर इस्तेमाल न होने से फसल चक्र प्रभावित हो रहा है, और किसानों की आमदनी पर भी इसका असर पड़ेगा। - आर्थिक बोझ बढ़ा:
समय पर फसल न लगाने की वजह से किसानों को बाजार से बीज और खाद महंगे दाम पर खरीदने की नौबत आ सकती है।
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किसानों के आरोप और प्रशासन की भूमिका
किसानों का आरोप है कि चीनी मिल द्वारा जानबूझकर गन्ने की खरीद में देरी की जा रही है। किसानों का कहना है कि पर्याप्त इंडेंट न मिलने से उनका गन्ना खेत में खड़ा है, और समय पर न कट पाने के कारण उनकी मेहनत बेकार हो रही है।
- मिल प्रशासन का दृष्टिकोण:
मिल प्रशासन इस समस्या पर अब तक कोई ठोस जवाब नहीं दे पाया है। यह स्थिति किसानों के लिए और भी निराशाजनक है। - स्थानीय प्रशासन की भूमिका:
किसानों ने स्थानीय प्रशासन से भी मदद की गुहार लगाई है, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
किसानों की समस्याओं का समाधान क्या हो सकता है?
- इंडेंट की मात्रा बढ़ाई जाए:
चीनी मिल को गन्ने की खरीद के लिए इंडेंट की मात्रा तुरंत बढ़ानी चाहिए। - समय पर खरीद सुनिश्चित हो:
प्रशासन को यह सुनिश्चित करना होगा कि गन्ने की खरीद में देरी न हो। - किसानों को उचित जानकारी दी जाए:
खरीद प्रक्रिया और पर्चियों के वितरण के बारे में किसानों को समय पर जानकारी दी जानी चाहिए। - फसल चक्र को बनाए रखने के उपाय:
सरकार को यह सुनिश्चित करना होगा कि गेंहू की बुआई समय पर हो सके, और इसके लिए विशेष राहत योजनाएं लाई जाएं।
गन्ना किसानों की समस्याएं केवल उनके लिए ही नहीं, बल्कि पूरे कृषि क्षेत्र के लिए चिंता का विषय हैं। लक्सर चीनी मिल द्वारा कम इंडेंट भेजने और खरीद में देरी ने किसानों के सामने बड़ी मुश्किलें खड़ी कर दी हैं। अगर समय रहते इस समस्या का समाधान नहीं निकाला गया, तो इसका दीर्घकालिक असर किसानों की आमदनी और खाद्य उत्पादन दोनों पर पड़ेगा। सरकार और प्रशासन को चाहिए कि इस मामले में तुरंत हस्तक्षेप करें और किसानों को राहत प्रदान करें।
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कुलवंत सिंह caneup.tech वेबसाइट के संपादक (Editor) के साथ लेखक भी हैं, जहाँ वे, सरकारी योजना, गन्ना किसान , आदि से सम्बंधित लेख लिखते हैं। कुलवंत सिंह उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं। इन्हें इस क्षेत्र में 3 साल से अधिक का अनुभव है। वे मुरादाबाद से स्नातक की पढ़ाई पूरी की हैं। वे अपने अनुभव से caneup.tech पर लिखे गए सभी पोस्ट का संपादन के साथ लेख भी लिखते है.