Cane Up Enquiry इस विधि से करें गन्ने की खेती, होगी दोगुनी कमाई, मिलेंगी बंपर पैदावार!

Cane up enquiry इस खास विधि से गन्ने की खेती करें और पाएं बंपर फसल

Cane up enquiry आजकल गन्ने की खेती का क्रेज बढ़ता जा रहा है। लोग सोचते हैं कि गन्ने की खेती केवल बड़े किसान ही कर सकते हैं, पर ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। झारखंड के बोकारो जिले के उलगोड़ा गांव के महादेव गोराई जी की कहानी सुनकर तो आपका भी मन करेगा कि गन्ने के खेत में कूद पड़ें और किसानी की शुरुआत कर दें।

Cane up enquiry इस खास विधि से गन्ने की खेती करें और पाएं बंपर फसल
Cane up enquiry इस खास विधि से गन्ने की खेती करें और पाएं बंपर फसल

महादेव जी के मुताबिक, उन्होंने पहले तो पारंपरिक खेती की, यानी कभी टमाटर, कभी गोभी – पर पैसे का हाल वही ‘ढाक के तीन पात’ जैसा था। फिर एक दिन अपने किसी दूर के रिश्तेदार से उन्होंने गन्ने की खेती के बारे में सुना। थोड़ी जानकारी इधर-उधर से मिली और फिर क्या, महादेव जी ने गन्ने की खेती का रास्ता पकड़ लिया। अब उनकी कमाई तीन गुना बढ़ गई है।

गन्ने की खेती का मास्टर प्लान: ट्रेंच विधि (Cane up enquiry)

महादेव जी बताते हैं कि गन्ने की बुवाई के लिए “ट्रेंच” विधि बहुत फायदेमंद है। इसमें 40 सेमी की दूरी पर एक नाली बनाई जाती है, और उसमें गन्ने के टुकड़े लगाए जाते हैं। यह तरीका सुनने में थोड़ा फिल्मी लगता है, लेकिन काम बहुत शानदार करता है! हां, इसके लिए सबसे पहले खेत की मिट्टी को बहुत नरम करना होता है, मतलब ज़मीन की ऐसी जुताई करनी होती है कि मिट्टी बिल्कुल बग़ल में बैठी बूढ़ी अम्मा की तरह नर्म और मुलायम हो जाए। महादेव जी बताते हैं कि मिट्टी की नरमी जांचने के लिए वे मिट्टी में 5 फीट की गहराई से कच्चा घड़ा गिराते हैं – और अगर घड़ा नहीं टूटता तो समझिए, मिट्टी तैयार है।Cane up enquiry

बुवाई के बाद क्या करें: खाद और सिंचाई का जुगाड़

अब बात आती है खाद और सिंचाई की। महादेव जी का कहना है कि बुवाई के कुछ दिनों बाद, जब गन्ने के छोटे-छोटे पौधे निकलने लगते हैं, तभी जैविक खाद डालनी शुरू कर देनी चाहिए। यह खाद पौधों को ताकत देती है और पौधे ऐसे बढ़ते हैं जैसे बारिश के बाद घास। साथ ही, गन्ने की फसल को ज्यादा सिंचाई की जरूरत नहीं होती। अगर आपके पास एक बार की बोरिंग है, तो समझो गन्ना आपका दुलारा हो गया।Cane up enquiry

कटाई और कमाई की मजेदार कहानी

गन्ने की फसल को लगभग 10-11 महीने बाद काटा जाता है। महादेव जी के अनुसार, 33 डिसमिल में गन्ने की खेती करने में उन्हें लगभग 10-12 हजार रुपए का खर्च आता है, और फसल तैयार होने पर उन्हें 40 से 60 हजार रुपए तक की कमाई होती है। भाई, ये तो वही हुआ जैसे पुराने जमाने में एक रुपये में पूरी बाल्टी समोसे मिल जाते थे! उनकी इस कमाई के बाद गाँव के लोग भी गन्ने की खेती की ओर खिंचने लगे हैं।Cane up enquiry

क्यों बन रही है गन्ने की खेती लोकप्रिय?

गन्ने की खेती में फायदा ही फायदा है! पारंपरिक खेती में पानी की किल्लत और फसलों के बिचौलिए के चक्कर में अक्सर फायदा कम हो जाता है, लेकिन गन्ने की खेती में मुनाफा सीधा किसान की जेब में आता है। महादेव जी जैसे किसान इसके उदाहरण हैं, जो न केवल खुद अच्छे पैसे कमा रहे हैं बल्कि दूसरों के लिए भी प्रेरणा बन गए हैं।Cane up enquiry

तो भाई लोग, अगर आप भी खेती में कुछ नया करना चाहते हैं और कमाई बढ़ाना चाहते हैं, तो गन्ने की खेती जरूर ट्राई करें। महादेव जी की तरह आप भी अपनी किसानी में कुछ नया करके अपने गाँव में ‘गन्ना एक्सपर्ट’ बन सकते हैं!

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