पिछले 14 साल में गन्ने के दाम 170 रुपये प्रति क्विंटल बढ़े हैं।
इस दौरान गन्ने के उत्पादन की लागत भी बढ़ गई है। किसानों को नुकसान हो रहा है।
किसान और किसान संगठन गन्ने के दाम बढ़ाने की मांग कर रहे हैं।
बसपा और सपा ने अपने कार्यकाल में गन्ने के दाम बढ़ाए थे।
किसान संगठन सरकार से गन्ने के दाम बढ़ाने की मांग कर रहे हैं।
बिजली और खाद के दाम बढ़ने से गन्ने का उत्पादन महंगा हुआ है।
2010 से अब तक हर साल गन्ने के दाम में बढ़ोतरी हुई है।
गन्ने के दाम बढ़ाने की मांग पर सरकार को फैसला लेना है।