क्या किसानों की बात सुनने से इंकार करेगी सरकार
किसान जत्था शंभू बॉर्डर से दिल्ली की ओर बढ़ा:, किसानों ने सरकार तक अपनी आवाज पहुंचाने की ठानी।
हरियाणा पुलिस की तगड़ी तैयारी, आंसू गैस और बैरिकेड्स ने किसानों को रोका।
घायल किसानों की बढ़ती संख्या, संघर्ष में कई किसान चोटिल हुए।
PGI रेफर मामला, एक किसान की हालत गंभीर होने पर उसे चंडीगढ़ भेजा गया।
किसानों की मांगें बरकरार, फसल के दाम, कर्ज माफी और नीतिगत सुधार पर अड़े।
दिल्ली कूच की तैयारी, किसानों ने स्पष्ट किया कि उनका लक्ष्य दिल्ली पहुंचना है।
प्रशासन की उदासीनता, सरकार अब भी किसानों की मांगों पर ध्यान देने में धीमी।
संघर्ष जारी रहेगा, किसानों का कहना है कि यह लड़ाई लंबी चलेगी।