COLK-15201 के साथ अपना गन्ना उत्पादन बढ़ाएँ

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भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान लखनऊ द्वारा 2023 में विकसित की गई इस नई गन्ना किस्म को COLK-15201 कहा जाता है।

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यह किस्म गिरने के प्रति सहनशील है और किसी भी क्षेत्र में इसकी बिजाई की जा सकती है।

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COLK-15201 गन्ना किस्म की बिजाई नवंबर से मार्च के बीच उत्तरप्रदेश, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और उत्तराखंड में की जा सकती है।

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इस किस्म से प्रति एकड़ 500 क्विंटल तक पैदावार प्राप्त की जा सकती है, जो अन्य किस्मों से कहीं अधिक है।

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COLK-15201 गन्ने की इस किस्म को इक्षु-11 के नाम से भी जाना जाता है।

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इस किस्म की गन्ने की लंबाई काफी अधिक होती है और इसमें कल्लों का फुटाव भी अन्य किस्मों के मुकाबले ज्यादा होता है।

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इसमें शर्करा की मात्रा 17.46 प्रतिशत होती है, जो इसे उच्च पैदावार और मिठास प्रदान करती है।

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COLK-15201 पोका बोईंग, रेड रॉड और टॉप बोरर जैसे प्रमुख रोगों के प्रति सहनशील है।

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यह किस्म किसान के लिए अधिक उत्पादन और कम जोखिम प्रदान करती है, जिससे किसानों की आय बढ़ सकती है।

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इस किस्म की सफलता गन्ना खेती में एक क्रांतिकारी बदलाव का प्रतीक है, जो किसानों को बेहतर पैदावार और लाभ का अवसर देती है।

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COLK-15201 गन्ने की किस्म विभिन्न जलवायु परिस्थितियों में उगाई जा सकती है, जिससे यह हर क्षेत्र के लिए उपयुक्त है।

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COLK-15201 का विकास कृषि विज्ञान में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो गन्ने की खेती को अधिक लाभकारी और स्थिर बनाता है।

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