भारत का सबसे महंगा धान, प्रति एकड़ 35 कुंतल की रिकॉर्ड तोड़ पैदावार 

प्रत्येक दाना अमूल्य है, जिसकी कीमत सोने से भी अधिक है।

विश्व स्तरीय गुणवत्ता मानकों को पूरा करने वाली इस किस्म का चावल बेहद दुर्लभ है। 

इसकी खुशबू तथा स्वाद अतुलनीय हैं,प्राचीन तकनीकों का प्रयोग करके पारंपरिक तरीके से उगाया गया, प्रत्येक दाना हाथों से संभाला जाता है। 

यही इसकी विशिष्टता है।इस चावल को उगाने वाले किसान अपनी कठोर मेहनत और लगन के लिए जाने जाते हैं। 

यह उनकी आजीविका का सबसे महत्वपूर्ण स्रोत है।विशेष जलवायु परिस्थितियों और मिट्टी के लिए आवश्यक, इस चावल की खेती केवल कुछ ही इलाकों में संभव है।

अंतरराष्ट्रीय बाजार में बहुत मांग होने के बावजूद, सीमित उत्पादन के कारण यह बेहद कम उपलब्ध है। 

देश-विदेश में शौकीन लोग इसकी तलाश में रहते हैं, हर बार मिलने वाला स्वादिष्ट अनुभव इसे दुनिया का सबसे महंगा चावल बनाता है।